Comments (6)
15 Sep 2021 10:19 PM
उत्तम है जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
15 Sep 2021 11:11 PM
धन्यवाद जी
26 Aug 2021 09:27 PM
अनुपम अतुल कृति
ओनिका सेतिया 'अनु '
Author
26 Aug 2021 11:29 PM
धन्यवाद जी
जय गंगा मैया
नमामि गंगे ।
नमामि गंग कहे चलो , लगाओ जरा ध्यान ।
पावन है नीर सदा , देती जीवन दान ////
पूज्य भारत की नदी , देते सम सम्मान ।
दूषित ना करना इसे , छोटी सी अरमान ////
गंगा है स्वर्ग की नदी , कल कल बहती धार ।
शिवजटा विष्णुपाद से निकल किया उद्धार ////
धन्यवाद जी