Comments (8)
27 Jul 2021 11:12 PM
वाह
27 Jul 2021 12:28 PM
बड़ा लम्बा मारा है घुमा के, कविता के रस ही रस में…
पुराने दर्द और भविष्य की योजनाएं एक साथ जोड़ दी..
बहुत बढ़िया सर ।
वाह
बड़ा लम्बा मारा है घुमा के, कविता के रस ही रस में…
पुराने दर्द और भविष्य की योजनाएं एक साथ जोड़ दी..
बहुत बढ़िया सर ।
उत्तम रचना !
हार्दिक आभार आदरणीय