Comments (5)
18 Jun 2021 06:53 PM
बहुत सुंदर सर नमस्कार
goutam shaw
Author
18 Jun 2021 07:05 PM
सादर नमस्कार । धन्यवाद।
चाहे तो जिस्म़ो जाँँ ले लो , पर रुह में चाहत की पैब़स्तगी छोड़ दो , श़ुक्रिया !
सादर प्रणाम।
बहुत खूब। धन्यवाद
‘ईमानदारी में लिपटा इश्क’ गौतम साव