Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (12)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
16 Jun 2021 06:36 PM

सुन्दर अभिव्यक्ति।

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

निराशावाद को तोड़ती और सरकार की लापरवाही को माफ़ करती रचना ।
प्रणाम सर

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

16 Jun 2021 10:19 AM

गम और दर्द भूलना होगा _ घर संसार चलाना होगा।”सही है”
प्रणाम??

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

16 Jun 2021 10:11 AM

अति सुन्दर

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

अति उत्तम

आपको सादर नमस्कार धन्यवाद

16 Jun 2021 07:40 AM

सादर प्रणाम ।
आखिर जब तक जीवन है, जीवन तो जीना ही होगा।उलझन को सुलझाना होगा, घर संसार चलाना होगा ,अति सुंदर

आपको सादर अभिवादन धन्यवाद सर

Loading...