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Comments (7)

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15 Jun 2021 07:39 PM

आपका कहना उचित हैं परंतु कोई भी कुछ लिखता है वह अपने ज्ञान एवं तन-मन मे दबे शब्दों को स्वयं से भाव उत्पन्न कर लिखता हैं इसलिए किसी की रचना को बुरा कहना स्वमं को दोष ठहराना हैं.।

14 Jun 2021 02:11 PM

अच्छे कवि के पीछे कई साल का बुरा कवि होने का अनुभव जरूरी है
“पत्थर पर चोट न पड़े, तो भगवान नही बनता”

मूर्तिकार प्रदर्शनी में चोट नहीं करता पत्थर पर। इस बात को समझना होगा।

14 Jun 2021 02:26 PM

बात सही है आपकी परंतु प्रदर्शनी में नजर नही नजरिये की बात होती है

14 Jun 2021 01:59 PM

Waah waah bahut bdhiya

सही बात ?

??
लेकिन चकुंदर तो बहुत अच्छा और लाभदायक होता है।

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