Comments (4)
10 Jun 2021 07:19 PM
एक श्रमिक के दैनिक जीवन संघर्ष का यथार्थ चित्रण ! आपकी मानवीय संवेदना से परिपूर्ण अभिव्यक्ति का शत्- शत् प्रणाम !
मैं आशा करता हूं कि आपका संदेश उन सभी तक पहुंचे जो एक श्रमिक की व्यथा से अनभिज्ञ हैं।
साधुवाद ! ?
Jaikrishan Uniyal
Author
10 Jun 2021 06:27 PM
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी सादर प्रणाम।
10 Jun 2021 06:16 PM
एक आम भारतीय की कहानी, उनियाल साहिब की जुबानी। सही कहा आपने, आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर।
धन्यवाद श्रीमान श्याम सुंदर जी! आपकी ओर से बहुत उत्साह वर्धन किया जाता है, और साथ ही अशुद्धियों की ओर भी इंगित किया जाता है, जिससे बहुत सीखने को मिलता है!आप मीमांसा भी बहुत अच्छी करते हैं! आपकी प्ररेणा से बहुत से लोगों को नयी राह मिलेगी!
सादर आभार!