Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (4)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

बहुत बढ़िया

22 May 2021 08:02 AM

धन्यवाद भैया जी ?

चाय न हो तो सब सूना लागे। आलस न जाए निंदिया आए । सिर भारी लागे गुस्सा आए । गरमा गरम चुस्की को मन ललचाए । हाय रे हाय बिन चाय ये दिन ना जाए ।
धन्यवाद !

Loading...