Comments (4)
15 May 2021 01:03 PM
सबका इकरार हो न कोई तकरार हो। प्रेम प्यार से मिलकर रहना संयुक्त ही परिवार हो।?✍️?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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15 May 2021 01:22 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
संयुक्त परिवार अब सिर्फ दिखावे भर के लिए रह गए हैं! भावनाएं तो कब की मर मिट गयी!, अवशेष को याद कराने के लिए धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी।
सही बात है, लेकिन हम लोगों की पीढ़ी ने उस आनंद को जिया है। आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर।