Comments (6)
11 May 2021 11:07 AM
आस विश्वास न खोने दो,
दरिया प्रेम का बहने दो।
गोता लगाइए, तंदुरुस्त हो जाइए,
गीत नेह के बजने दो।।
प्रणाम
दीपक श्रीवास्तव
Author
11 May 2021 11:38 AM
बहुत सुंदर ‘अनुनय’ जी….शुक्रिया.?
11 May 2021 10:02 AM
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी
दीपक श्रीवास्तव
Author
11 May 2021 10:58 AM
बहुत धन्यवाद जी.?
बहुत सुंदर सर
जी बहुत धन्यवाद..?