Comments (3)
11 Apr 2021 02:13 PM
रजक जी, आपने नक्सली समस्या की ओर इंगित किया है, निश्चय ही यह समस्या बहुत विकट बनती जा रही है, सरकारें आती तो हर समाधान के दावे के साथ है लेकिन समस्याओं के आते ही उसके हाथ पैर कांपने लगते हैं!
हमारे हुक्मरान सरकार बनाते ही अफसर शाही के हाथों की कठपुतली बन जाते हैं जो भी नीति तय होती है, जो भी वार्ता की जानी है वह अफसरों के द्वारा या उनके बताए ढर्रे पर चलती है, और अफसर समस्या का समाधान शायद इमानदारी से चाहते ही नहीं हैं, और दिन प्रतिदिन यह हिंसक प्रदर्शन पर उतर आती है, वर्तमान में किसान आंदोलन को ही देख लीजिए! सादर नमस्कार।
Phoolchandra Rajak
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11 Apr 2021 04:35 PM
बहुत बहुत आभार आपका जी।सर जी आपको नमस्कार करता हूं ।आज लोगों की संवेदना मर चुकी है । इसलिए ही हम समस्या उत्पन्न कर रहे हैं समाधान की ओर बढ़ ना चाहिए। धन्यवाद आपका जी
रजक जी आप सही कह रहे हैं, लेकिन नक्सलियों को वामपंथी विचारधारा के लोग, विदेशी भाड़ खाकर बर्षो से चला रहे हैं, कुछ बेईमान नेताओं को चुनाव जीतने में मदद मिलती है,शरीर में कैंसर की तरह फ़ैल रही है, आपरेशन ही इसका इलाज है। धन्यवाद सर नमस्कार