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10 Apr 2021 11:07 AM
मानपत्र मैं नहीं लिख सका राज भवन के सम्मानों का। मैं तो आशिक रहा जन्म से ,
सुंदरता के दीवानों का।। आपको सादर प्रणाम।
मानपत्र मैं नहीं लिख सका राज भवन के सम्मानों का। मैं तो आशिक रहा जन्म से ,
सुंदरता के दीवानों का।। आपको सादर प्रणाम।
यह देश व्यक्ति पूजा का परोकार बनता जा रहा है!