Comments (4)
3 Apr 2021 09:48 AM
त्याग तपस्या बलिदानों की, मां है आकर कहानी। प्रेम और ममता की, मूरत जानी मानी।। बहुत सुंदर रचना आपको सादर अभिवादन।
Aarti sirsat
Author
3 Apr 2021 03:11 PM
आपका मन से बहुत बहुत धन्यवाद सरजी???
मां न होती ,होते न हम भी।
लिखो जितना पड़े कम जी।
सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद ।
बिलकुल सही कहा सर आपने…
आपका बहुत बहुत धन्यवाद???????????