Comments (4)
Jaikrishan Uniyal
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8 Mar 2021 12:36 PM
धन्यवाद श्रीमान रजक जी, आपकी नजर में इस रचना ने स्थान बनाया,सादर प्रणाम!
7 Mar 2021 02:02 PM
समय चक्र घूमता रहा और तेज भागते रहे। बहुत सुंदर सर यही जीवन यात्रा है। आपको सादर प्रणाम।
7 Mar 2021 01:37 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी सादर प्रणाम, आपकी पारखी नजरों में यह उचित प्रतीत होती है तो मुझे भी संतुष्टि प्राप्त हो रही है।