Comments (8)
24 Feb 2021 02:00 PM
चलते रहे आगे बढ़ते रहे अतीत को छोड़ वर्तमान समय में चलते रहे ।
बहुत बढ़िया रचना ????
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
24 Feb 2021 03:57 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद
24 Feb 2021 01:28 PM
बदलते रहे,चलते रहे,सपने सारे संवरते रहे।
धन्यवाद आदरणीय।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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24 Feb 2021 01:38 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
24 Feb 2021 09:28 AM
बहुत सुंदर प्रस्तुति धन्यवाद आपका जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
24 Feb 2021 11:03 AM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
समय चक्र, जो चलता तो अपनी चाल (गति) पर है लेकिन प्रभावित अलग-अलग तरीके से करते हुए निकल जाता है।
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर