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10 Feb 2021 08:59 PM

Khoobsurat

आभार आदरणीया

बहुत ही खूबसूरत गजल। मेरी रचना साथी तेरा साथ का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें। ????

??उड़ रही है बसंती पवन झूमकर,
प्रीत का था समंदर, जो गहरा गया । अद्भुत सुंदर सृजन किया है आदरणीय । मैं आपकी रचना को वोट दे चुका हूँ महोदय ।??मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें एवं पसंद आये तो अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा महोदय । ????????

दे चुका हूं वोट
धन्यवाद

10 Feb 2021 11:36 AM

बहुत सुंदर रचना धन्यवाद सर

बहुत बहुत धन्यवाद सर

बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन

10 Feb 2021 11:26 AM

बहुत उम्दा

आत्मीय आभार आदरणीय

आदरणीय बहुत सुंदर रचना है आपकी।महोदय मेरी रचना “अमर प्रेम (सवैया)” का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद। ।

भाई चेक तो कर लिया करो , वोट आपको दे दिया था

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