Comments (12)
10 Feb 2021 04:43 PM
बहुत ही खूबसूरत गजल। मेरी रचना साथी तेरा साथ का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें। ????
10 Feb 2021 01:33 PM
??उड़ रही है बसंती पवन झूमकर,
प्रीत का था समंदर, जो गहरा गया । अद्भुत सुंदर सृजन किया है आदरणीय । मैं आपकी रचना को वोट दे चुका हूँ महोदय ।??मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें एवं पसंद आये तो अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा महोदय । ????????
जगदीश शर्मा सहज
Author
10 Feb 2021 03:43 PM
दे चुका हूं वोट
धन्यवाद
10 Feb 2021 11:36 AM
बहुत सुंदर रचना धन्यवाद सर
जगदीश शर्मा सहज
Author
10 Feb 2021 03:45 PM
बहुत बहुत धन्यवाद सर
10 Feb 2021 11:35 AM
बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन
10 Feb 2021 11:26 AM
बहुत उम्दा
जगदीश शर्मा सहज
Author
10 Feb 2021 03:45 PM
आत्मीय आभार आदरणीय
10 Feb 2021 10:58 AM
आदरणीय बहुत सुंदर रचना है आपकी।महोदय मेरी रचना “अमर प्रेम (सवैया)” का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद। ।
जगदीश शर्मा सहज
Author
10 Feb 2021 03:43 PM
भाई चेक तो कर लिया करो , वोट आपको दे दिया था
Khoobsurat
आभार आदरणीया