Comments (5)
10 Feb 2021 08:33 AM
आदरणीया बहुत सुंदर रचना है आपकी।महोदया मेरी रचना “अमर प्रेम (सवैया)” का अवलोकन कर एक वोट देकर सहयोग देने की कृपा करें , धन्यवाद। ।
9 Feb 2021 09:57 PM
लक्ष्य ले चल पड़ा,मानव पथ पे बड चला।
अथक रहा जो अपने पथ में,
सुफल उसको हर पल मिला।।
**इंसान जाग उठा**
सुंदर प्रस्तुति ! बधाई।
Shashi kala vyas
Author
9 Feb 2021 09:45 PM
धन्यवाद भैया जी ?
9 Feb 2021 09:15 PM
बहुत सुंदर
आपकी कृति बहुत अच्छी है.
मेरी रचना “प्रेम……किस्तों में” पसंद आए तो कृपया उसे अपना बहुमूल्य वोट प्रदान करने की अपार कृपा करेंगे.
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