Comments (8)
26 Jan 2021 06:44 PM
अतिसुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति।
धन्यवाद !
Jaikrishan Uniyal
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22 Jan 2021 11:00 PM
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी!सादर प्रणाम।
Jaikrishan Uniyal
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22 Jan 2021 11:00 PM
प्रशांत जी, किसके नाम पर क्या हो रहा है, उसका प्रतिरुप दिखाना इस लिए भी आवश्यक है कि उसे प्राण हरने ही हैं, अब करने वाले कुछ भी करें, दण्ड तो यम राज/ धर्मराज के न्यायालय में निर्धारित होगा! धन्यवाद आपका, आपकी पैनी निगाह ने सब कुछ भांप लिया!
Jaikrishan Uniyal
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22 Jan 2021 10:52 PM
धन्यवाद!
22 Jan 2021 01:44 PM
जिसके नाम को लेकर मार काट है आपने उसी के माध्यम से सौहार्द स्थापित कर दिया । देखने और सोचने का फर्क यहाँ पर है ।
बहुत अच्छा लिखा है ।
22 Jan 2021 12:48 PM
बहुत सुंदर सर नमस्कार
धन्यवाद ऋतु जी।