Comments (5)
22 Jan 2021 03:45 PM
बहन बेटियां घर घर में होती ।
रौनक घर की इनसे होती।
चन्द गुनहगारों के कारण,
मानवता शर्मसार है होती।।
सुंदर रचना मातृ शक्ति पर सराहनीय दृष्टिकोण।
धन्यवाद।।
22 Jan 2021 01:40 PM
बहुत सुंदर,रीतू जी आपको सादर अभिवादन नमस्कार
बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन