Comments (4)
29 Dec 2020 10:51 PM
बहुत ही सुन्दर महोदय। अप्रतिम रचना के लिए बधाई ?????
आदरणीय, मेरी कविता “कोरोना किसी को हो ना ” का अवलोकन करने की कृपा करें। अगर अच्छी लगे तो वोट कर कृतार्थ करें। साभार। ???
29 Dec 2020 10:51 PM
वाह बहुत सुन्दर ग़ज़ल मधुसूदन जी .. शुभकामनाएँ?
कृप्या मेरी रचना “कोरोना बनाम क्यों रोना” का भी अवलोकन करके अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ?
जब से ये दिल तुम्हारा हो गया। बिल्कुल आवारा हो गया।
बेहतरीन।