रफ्ता रफ्ता उम्र गुज़रती रही। याद की याद यूं ही सताती रही।
बहुत खूब।
धन्यवाद ।
इसी तरह सहयोग देते रहे ।
मरी कलम लिखती रहेगी
बहुत सुंदर प्रस्तुति! कोरोना काव्य प्रतियोगिता में हमारी रचना– नाम मिला जिसे कोरोना शीर्षक से है अवलोकन कर प्रतिक्रिया स्वरूप वोट करें धन्यवाद!!
धन्यवाद ।
इसी तरह सहयोग देते रहे ।
मरी कलम लिखती रहेगी
अति सुन्दर रचना हर्ष जी.. शुभकामनाएं ? कृप्या मेरी कविता का भी अवलोकन करें और अपना बहुमूल्य वोट देकर अनुगृहित करें ??
जी बिल्कुल,
धन्यवाद ।
इसी तरह सहयोग देते रहे ।
मरी कलम लिखती रहेगी
बहुत सुंदर
धन्यवाद ।
इसी तरह सहयोग देते रहे ।
मरी कलम लिखती रहेगी
Vr nice bro
धन्यवाद ।
इसी तरह सहयोग देते रहे ।
मरी कलम लिखती रहेगी
अद्भुत रचना है मालवीय जी.!. आपसे अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना”को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना” जो कि कोरोना पर काव्य प्रतियोगिता मेँ शामिल है, का भी अवलोकन करें और यदि उचित लगे तो अपना अमूल्य मत प्रदान कर अनुग्रहीत करें। ? साभार..!
किसी की यादों को इतनी खूबसूरत तरीके से बयां करना भी प्रेम ही है। बहुत खूबसूरत रचना। लिखते रहिए