सन 2020 हम कभी ना भूल पाएंगे ,
हमने अपने प्रिय जनों को खोया है ,
यह कैसे भुला पाएंगे ,
सपने में भी नहीं सोचा था वो दिन इस महामारी ने दिखा दिए ,
जिंदगी में बेबसी और लाचारी क्या होती है उसके अनुभव करा दिए ,
नियति का जब चक्र चलता है ,
तब किसी का जोर नहीं चलता है ,
सब कुछ संपन्न होने पर भी मनुष्य पंगु हो जाता है ,
जिनको ईश्वर के अस्तित्व पर विश्वास न था उनको इसका बोध करा जाता है ,
नए वर्ष में पदार्पण की कामना यही है ,
जन-जन सुख समृद्धि पथ परअग्रसर हो ,
संक्रमण निरापद निर्वाहित स्वस्थ सुखी जीवन हो ,
सन 2020 हम कभी ना भूल पाएंगे ,
हमने अपने प्रिय जनों को खोया है ,
यह कैसे भुला पाएंगे ,
सपने में भी नहीं सोचा था वो दिन इस महामारी ने दिखा दिए ,
जिंदगी में बेबसी और लाचारी क्या होती है उसके अनुभव करा दिए ,
नियति का जब चक्र चलता है ,
तब किसी का जोर नहीं चलता है ,
सब कुछ संपन्न होने पर भी मनुष्य पंगु हो जाता है ,
जिनको ईश्वर के अस्तित्व पर विश्वास न था उनको इसका बोध करा जाता है ,
नए वर्ष में पदार्पण की कामना यही है ,
जन-जन सुख समृद्धि पथ परअग्रसर हो ,
संक्रमण निरापद निर्वाहित स्वस्थ सुखी जीवन हो ,
नववर्ष में पदार्पण की शुभकामनाओं सहित !
धन्यवाद !
आपको सादर प्रणाम,नव वर्ष मंगलमय हो।