Comments (6)
21 Dec 2020 09:46 AM
बहुत सुंदर भाव है। आपको सादर नमस्कार।
Rajesh vyas
Author
21 Dec 2020 09:58 AM
धन्यवाद सर जी!!
21 Dec 2020 08:56 AM
आदरणीय थोड़ा समय निकालकर मेरी रचना को भी वोट देने की कृपा करें…
Rajesh vyas
Author
21 Dec 2020 09:15 AM
आदरणीय अभी मेरी ईमेल आईडी से वोटिंग नहीं हो पा रही है जैसे ही होगा दिया जाएगा!! धन्यवाद!!
दिल की अगन बुझाए नहीं बुझती ,
नैनों की प्यास लड़ाए नहीं बुझती ,
श़ुक्रिया !
प्यासे दिल की प्यास बुझाए।दिल से गर दिल मिल जाए।।
धन्यवाद सर!!