Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (8)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
25 May 2021 12:11 AM

हमारा दृढ़ संकल्प और एक सकारात्मक सोच ही हमें इस कठिन समय मे हमारी कशती को पार लगा सकती है। धन्यवाद

25 May 2021 12:33 AM

धन्यवाद !

7 Dec 2020 10:46 PM

श्रीमान आपके इस लेख में एक ओर नैराश्य भाव है तो दूसरी ओर इस विभीषिका से संघर्ष करके निपटने का संकल्प! जहां तक मैं समझ पाया हूं निराशा इससे निपटने के तौर-तरीकों पर है और संकल्प अपनी क्षमताओं को और अधिक बेहतर करके जूझने की!! मेरी आकांक्षा या आंकलन गलत भी हो सकता है, गलती के लिए क्षमा चाहूंगा,सादर अभिवादन।

8 Dec 2020 08:12 PM

विभीषिका से वातावरण में निर्मित निराशा एवं किंकर्तव्यविमूढ़ परिस्थितिजन्य असहाय भाव से उबरने एवं आत्मविश्वास जागृत कर जनसाधारण में संघर्ष करने का उत्साह संचरित करने का प्रयास किया है।
त्रासदी से उत्पन्न यथार्थ में नैराश्य भाव अवश्य परिलक्षित होता है , परंतु संकट से निपटने हेतु संघर्ष करने की संकल्पित भावना जनसाधारण में प्रेरित करना भी आवश्यक है।

धन्यवाद !

7 Dec 2020 04:45 PM

सुंदर अति सुंदर चिंतन !! प्रणाम !!!

7 Dec 2020 05:24 PM

धन्यवाद !

शुभ संकल्प। आपको सादर नमस्कार।

7 Dec 2020 05:23 PM

धन्यवाद !

Loading...