Comments (4)
7 Dec 2020 10:38 PM
प्रणाम करता हूं और फिर यह संस्मरण कि कैसे हम सकूली दिनों में सेना दिवस पर सैना का झंडा खरीद कर लगाते रहे हैं,तब स्कूलों में यह झंडे सरकार ही भेजा करती थी किन्तु इस को लेने को बाध्य नहीं किया जाता था फिर भी खुशी-खुशी लेकर बड़े गर्व के साथ धारण करते थे! अब ऐसा नहीं दिखता जबकि सैना के राजस्व में वृद्धि के लिए ऐसा किया जाना चाहिए ताकि सेना के जवानों की जरूरत में खामी एवं कमी नहीं रहने पाए!स्मरण के लिए आभार।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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8 Dec 2020 08:58 AM
आपको जयहिंद। सादर नमस्कार धन्यवाद सर
सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति !
जय हिंद !
जय हिंद। आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर