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धन्यवाद! राजनितिक लोगों को खाल/चमड़ी बहुत मोटी होती है, कोई असर नहीं पड़ता, जन आंदोलन से जुड़े लोग तो न्यायालयों तक के चक्कर लगा के हार गए हैं, हालात ज्यों के त्यों हैं!हम तो अपनी कुंठा को मरने से बचा कर रखने के लिए इसे जीवित रख रहे हैं!सादर प्रणाम।
सभी जगह हालात ऐसे ही है। फिर भी चेताते रहना चाहिए। आपको सादर नमस्कार धन्यवाद
धन्यवाद! राजनितिक लोगों को खाल/चमड़ी बहुत मोटी होती है, कोई असर नहीं पड़ता, जन आंदोलन से जुड़े लोग तो न्यायालयों तक के चक्कर लगा के हार गए हैं, हालात ज्यों के त्यों हैं!हम तो अपनी कुंठा को मरने से बचा कर रखने के लिए इसे जीवित रख रहे हैं!सादर प्रणाम।