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ज़िदगी की किताब को अब तक समझ ना सका जितना समझने की कोशिश की उतना ही उलझता गया।
धन्यवाद !
बहुत सुंदर सर, आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
ज़िदगी की किताब को अब तक समझ ना सका
जितना समझने की कोशिश की उतना ही उलझता गया।
धन्यवाद !
बहुत सुंदर सर, आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर