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जिंदजी का अनुभव , साल दर साल घटना दर घटना मोती बनाकर लय की माला में पिरो दिए हैं ।

अगर गलत नही तो , ज्यादातर इसी अनुभव से ही गुजरते हैं । सायद जिंदगी का ये साँचा है जिसमे हर किसी को फिट होना होता है । इसके लिए कोई सीमा नही ।

6 Oct 2020 02:24 PM

वर्तमान जीवन का कटु यथार्थ यही है।

धन्यवाद !

बहुत सुंदर सर आपको सादर नमस्कार

6 Oct 2020 02:24 PM

धन्यवाद !

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