Comments (4)
28 Sep 2020 09:34 AM
समाज के बदलते स्वरूप के कटु यथार्थ को परिलक्षित करती हुई सुंदर प्रेरक कथा प्रस्तुति।
धन्यवाद !
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
28 Sep 2020 09:44 AM
आपको सादर प्रणाम, आपसे सदैव मुझे प्रेरणा मिलती है। आपका हृदय से आभार।
बहुत अच्छी प्रस्तुति यथार्थ को दिखाती हुई
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर