Comments (5)
9 Sep 2020 07:24 AM
बहुत सुंदर सर।
9 Sep 2020 09:22 AM
आप गुरु हो , सर कहकर मेरे पापों को उजागर ना करो ।
।। नमस्कार जी ।।
8 Sep 2020 07:40 PM
कटु यथार्थ की अतिसुंदर संदेशयुक्त प्रस्तुति।
धन्यवाद !
9 Sep 2020 07:06 AM
।। नमस्कार जी ।।
वर्तमान हलाहल को चित्रांकित करती खूबसूरत रचना ।
बधाई प्रेषित ।