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वर्तमान हलाहल को चित्रांकित करती खूबसूरत रचना ।
बधाई प्रेषित ।

बहुत सुंदर सर।

आप गुरु हो , सर कहकर मेरे पापों को उजागर ना करो ।
।। नमस्कार जी ।।

कटु यथार्थ की अतिसुंदर संदेशयुक्त प्रस्तुति।

धन्यवाद !

।। नमस्कार जी ।।

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