Comments (4)
Jaikrishan Uniyal
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1 Sep 2020 11:22 PM
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी,बस मन हल्का कर रहा हूं, होगा तो वही जो नीति नियंता चाहेंगे,सादर प्रणाम।
1 Sep 2020 06:58 PM
अतिसुंदर व्यंग पूर्ण कटु यथार्थ की प्रस्तुति।
धन्यवाद !
1 Sep 2020 03:42 PM
सही है साहब, आपको सादर नमस्कार।
धन्यवाद श्याम सुंदर जी,ब, मन को हल्का करने में लगा हूं, मेरे कटाक्षों की पंहुच वहां तक नही है, और ना ही आम जनमानस तक है, तो रश्म अदा कर रहा हूं,सादर अभिवादन।