Comments (10)
10 Aug 2020 01:25 PM
पराई थाली का भात ज़्यादा भाता है ,
यथार्थ परक सुंदर अभिव्यक्ति ।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
10 Aug 2020 04:38 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
10 Aug 2020 12:31 PM
यथार्थवादी सृजन ।
धन्यवाद ।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
10 Aug 2020 01:08 PM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
10 Aug 2020 10:50 AM
सुंदर व्यंगपूर्ण प्रस्तुति ।
धन्यवाद !
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
10 Aug 2020 11:02 AM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
10 Aug 2020 10:41 AM
बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
धन्यवाद !
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
10 Aug 2020 11:37 AM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद
बहुत खूब
आपका हृदय से आभार धन्यवाद सर