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9 Jul 2020 09:24 AM
तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है।
ये उठेंं सुबह चले ये झुकेंं शाम ढले।
मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले।
श़ुक्रिया !
तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रक्खा क्या है।
ये उठेंं सुबह चले ये झुकेंं शाम ढले।
मेरा जीना मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले।
श़ुक्रिया !
वाह-वाह बहुत खूब
क्या कहने