Comments (6)
4 Jul 2020 12:03 AM
Bahut hi acchi rachana
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
4 Jul 2020 12:11 PM
आपको सादर अभिवादन धन्यवाद
3 Jul 2020 11:28 AM
वाह…सत्य कथन ।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
3 Jul 2020 11:42 AM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद
भारतीय सैनिकों की वीरता एवं बलिदान की बात नहीं नहीं है, उन्हें पुरी सामर्थ्य के साथ लड़ना आता है, यहां तक कि खाली हाथ भी वह हार नहीं मानते, और जब तक शरीर साथ दे सकता है,वह अडिग रहते हैं, यह उन्होंने बासठ में भी दिखाया था और अब दो हजार बीस में भी कर दिखाया है, तो इनके पराक्रम पर तो किसी प्रकार का विवाद हो ही नहीं सकता है, ऐसे रणबांकुरों को सदा नमन करने को तत्पर हैं
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद आपका