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Comments (19)

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12 Mar 2021 09:26 AM

????

8 Aug 2021 08:44 AM

धन्यवाद !

Vr nice

13 Aug 2020 12:42 AM

धन्यवाद !

ये भूमि है उन वीरों कि
गूंजे पवन गंभिरो की ।
अति सुंदर प्रस्तुति
धन्यवद् !

10 Jul 2020 06:43 AM

धन्यवाद!

अति सुंदर
चालाकी लिए ससार है
फिर निसफलता का गलत प्रहार है
आभार

21 Jun 2020 07:58 AM

धन्यवाद और अभिनंदन!

अति सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति।

धन्यवाद !

18 Jun 2020 10:26 PM

धन्यवाद और अभिनंदन !

बहुत ही सुंदर रचना आपको सादर अभिवादन

18 Jun 2020 06:04 PM

धन्यवाद और शत् शत् नमन !

18 Jun 2020 11:26 AM

प्रसंग वह, श्रीकृष्ण ने भी अपने वचन को भंग कर रथ के पहिए को हथियार बना कर उपयोग किया था, लेकिन अपने वीर सैनिकों को तो वह भी हासिल नहीं थे, फिर भी डटे रहे, सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों के उत्सर्ग होने तक,यह कैसी बेबसी है कि सीमाओं की रक्षा को तैनात हुए हैं बिना हथियारों के!

18 Jun 2020 11:36 AM

चीनी रात्रि प्रहर में कायर की भांति वार किया ।हम उसका मुंह तोड़ प्रतिउत्तर दिए ।चीनी हमारे वीरों को दुर्बल न समझें हमारा हाथ भी हथियार है ।
साधुवाद और अभिनंदन!

18 Jun 2020 11:51 AM

हम कृष्ण पर कोई शब्द प्रहार नहीं किए है वो तो ईश्वर थै भारतीय वीरों की शौर्य की छवि समस्त संसार को दिखाना चाहते हैं ।

धन्यवाद और शत् शत् नमन सर!

18 Jun 2020 11:02 AM

वाह बेहतरीन

18 Jun 2020 11:37 AM

धन्यवाद!

18 Jun 2020 10:46 AM

बहुत खूब प्रस्तुति?

18 Jun 2020 11:37 AM

धन्यवाद!

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