Comments (7)
23 May 2020 02:27 PM
खुद को खुदा की बंदगी से बड़ा समझने की भूल न कर प्राणी
20 May 2020 10:56 PM
ईर्ष्य का अच्छा वर्णन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Author
20 May 2020 05:31 PM
आपका हृदय से आभार खुशी रहो
20 May 2020 07:12 AM
??
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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20 May 2020 05:33 PM
आपका हृदय से आभार खुशी रहो
Khud se khudi kar kya samajhta hai bande, jab uski chalti hai to kiso ki nahi chalti