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हाल ए दिल किस क़दर बयान करूं।
होंठ थम से गए हैं लफ्ज़ जम से गए हैं।
इज़हार -ए -अंदाज़ ग़ुमशुदा है।

श़ुक्रिया !

वाह! शुक्रिया

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