You must be logged in to post comments.
हाल ए दिल किस क़दर बयान करूं। होंठ थम से गए हैं लफ्ज़ जम से गए हैं। इज़हार -ए -अंदाज़ ग़ुमशुदा है।
श़ुक्रिया !
वाह! शुक्रिया
हाल ए दिल किस क़दर बयान करूं।
होंठ थम से गए हैं लफ्ज़ जम से गए हैं।
इज़हार -ए -अंदाज़ ग़ुमशुदा है।
श़ुक्रिया !
वाह! शुक्रिया