Comments (2)
29 Feb 2020 08:55 AM
हाल-ए-दिल सुनाऊं कैसे ।
ग़म ए इज़हार करूं कैसे ।
जुबां जम गई है अल्फ़ाज़ गुम हो गए हैं पय़कर साथ नहीं देते लिखूं तो लिखूं कैसे ?
श़ुक्रिया !
हाल-ए-दिल सुनाऊं कैसे ।
ग़म ए इज़हार करूं कैसे ।
जुबां जम गई है अल्फ़ाज़ गुम हो गए हैं पय़कर साथ नहीं देते लिखूं तो लिखूं कैसे ?
श़ुक्रिया !
Aapko sadar naman