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ज़ब्ते इश़्क का इज़हार मुश़्किल है ।
ये वो आग़ है जो हमेशा सीने मे धधकती रहती है लाख बुझाये नही बुझती ।
श़ुक्रिया !

14 Dec 2019 10:32 PM

शुक्रिया आपका

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