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Comments (6)

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बहुत सुंदर गज़ल। बहुत बहुत मुबारकबाद आपको।

24 Nov 2018 10:45 AM

आदरणीय बहुत ही सुंदर भावाव्यक्ति…। इतना अच्छा आप कैसे लिख लेते हैं ये अनुभव भी शेयर करें तो हम जैसे जिज्ञासु नवोदित लेखकों को कुछ लाभ मिल सकता है। हमने भी अच्छा लिखना चाहते हैं चाहें तो अपना शिष्य बना लीजिए। ताकि हमारा लेखन भी सार्थक हो सके। धन्यवाद

22 Nov 2018 11:02 PM

लाजवाब, यथार्त का परिचय इतनी सरलता से अद्भुत।। नमन आपको एवम आपकी लेखनी को।।?

वाह ! ख़ूबसूरत सृजन. सरलता की अद्भुत शक्ति का एहसास कराते शेर.
बधाई एवं शुभकामनाएँ. लिखते रहिये.

22 Nov 2018 04:20 PM

शुक्रिया

“माँ ” पर वोट के लिये हार्दिक आभार..

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