अति सुंदर गजल वाह वाह ढेरो दाद कबूल करे |अर्ज है :- वो चिडाये तुमको हमेशा यूही बार बार पर काम नहीं चलता यूही खिसयाने से
जब भरा हो गम किसी के दिल में इस कदर वह गम दूर नही होता किसी के बहलाने से
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अति सुंदर गजल वाह वाह ढेरो दाद कबूल करे |अर्ज है :- वो चिडाये तुमको हमेशा यूही बार बार
पर काम नहीं चलता यूही खिसयाने से
जब भरा हो गम किसी के दिल में इस कदर
वह गम दूर नही होता किसी के बहलाने से