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उनकी आंखों में उमड़ता सैलाब मैंने देखा था ,
उनकी आंखों में जन्नत का एहसास मैंने देखा था,
लफ्ज़ों का इजहार ग़ुम था, मगर बोलती निगाहों को मैंने देखा था ,
दूरियां बहुत थीं मगर रूहानी नज़दीकियों को मैंने देखा था।
श़ुक्रिया !🌹

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10 Jul 2023 05:37 AM

श़ुक्रिया आपका,
सादर अभिवादन 💐 🙏

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