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तुझे पाकर हमने जहाँँ पा लिया है ,
जुस्तजू थी जमींं की आसमाँँ पा लिया है ,
तेरी नज़रों की जन्ऩत को पा लिया है ,
तेरी चाहत की दौलत को पा लिया है ,
श़ुक्रिया !

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