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??तन की खबर है ना मन का पता है, मालूम न मुझ को हुई क्‍या खता है ! बहुत सुंदर विरह वेदना।आपकी इस रचना को 44 वाँ वोट मैं दे रहा हूँ । ध्यान रहे मुझपर भी । ?? मेरी रचना”ये खत मोहब्बत के” पर भी ध्यान दें तथा अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें ।????????

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