सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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2 Aug 2020 02:51 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
यह सही है कि श्री राम जी ने, और श्री कृष्ण ने अपने अपने युग में मित्रता की मिसाल पेश की है, आज वह दौर बहुत पीछे छूट गया है, फिर भी कुछ लोग हैं जो आज भी मित्रों के लिए जान न्योछावर करने को तैयार रहते हैं, और हमें उन्हीं में श्री राम,श्री कृष्ण की छवि देखनी चाहिए, लेकिन हम ऐसा करते नहीं है, वजह भी है, आज तर्क-वितर्क की कसौटी पर मित्रता को नहीं देखा जाता अपितु स्वार्थ से भरकर देखने का चलन आम हो गया है। आपकी भावनाओं को सादर अभिवादन!