सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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19 Jul 2020 12:37 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
ईश्वर को अपनी अराध्य मानकर,या स्वयं को ही ईश्वर की प्रेयसी मानकर यह शब्द सार्थकता का आभास कराते हैं,सादरश् श्रीमान।