इश्क छुपाये छुप नही सकता । पंछी तेज़ हव़ाओं से बच नही सकता। टूटे चिऱाग़ों को जलाना क्यूँकर । लुटे दिलों को बसाना क्यूँकर । श़ुक्रिया !
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इश्क छुपाये छुप नही सकता । पंछी तेज़ हव़ाओं से बच नही सकता। टूटे चिऱाग़ों को जलाना क्यूँकर ।
लुटे दिलों को बसाना क्यूँकर ।
श़ुक्रिया !