Ahtesham Ahmad
Author
30 Nov 2018 10:59 AM
Vote नहीं पड़ी।
Ahtesham Ahmad
Author
30 Nov 2018 11:00 AM
मैंने vote आपको डाल दिया।
30 Nov 2018 12:58 PM
प्रूफ के तोर पर कापी पेस्ट
जब जाऊंगी ख़ुदा से मिलने फ़रियाद लिए हांथों में,
गिड़गिड़ाऊंगी- न दूसरा जन्म देना अब इंसानो में,
मेरी इस बात का बिलकुल बुरा न मानना, माँ !
वक़्त से पहले क्यों मेरा गला घोंट दिया माँ?
… मो• एहतेशाम अहमद
आंडाल, पश्चिम बर्दवान (पश्चिम बंगाल)
संपर्क करें- 9378306061
This is a competition entry
Competition Name: साहित्यपीडिया काव्य प्रतियोगिता- “माँ”
Vote 59
You have already voted on this post
Voting system is connected with Facebook.
Your Facebook account must have a valid email id otherwise you will not be able to vote.
You will be either logged in or signed up to Sahityapedia account through Facebook Login.
By using this website, you agree to Sahityapedia’s
सुंदर रचना । आपको वोट दिया है , कृपया मेरी रचना को भी अपना वोट प्रदान करें । धन्यवाद?