हर तरफ एक नई दुनिया बना लेते हैं लोग, एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग, झील सी आंखों के सराबों में भटकने वाले, किस कदर समुंदर से दिल में उतर कर देखेंगे लोग ,
श़ुक्रिया !
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हर तरफ एक नई दुनिया बना लेते हैं लोग,
एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग,
झील सी आंखों के सराबों में भटकने वाले,
किस कदर समुंदर से दिल में उतर कर देखेंगे लोग ,
श़ुक्रिया !