आपकी रचना-“अन्नदाता, तू परेशान क्यों हैं ?”का अवलोकन किया। बहुत सुंदर रचना एवं अति उत्तम सोच है! “हाॅं” किसान परेशान तो है। क्योंकि इनकी मेहनत का उचित मूल्यांकन (जो जायज है!) नहीं हो पा रहा। आखिर क्यों..? इस सवाल के बारे में शासन को गम्भीरता से विचार करना चाहिए।
धन्यवाद..!
आपकी रचना-“अन्नदाता, तू परेशान क्यों हैं ?”का अवलोकन किया। बहुत सुंदर रचना एवं अति उत्तम सोच है! “हाॅं” किसान परेशान तो है। क्योंकि इनकी मेहनत का उचित मूल्यांकन (जो जायज है!) नहीं हो पा रहा। आखिर क्यों..? इस सवाल के बारे में शासन को गम्भीरता से विचार करना चाहिए।
धन्यवाद..!