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बहुत ही सुंदर रचना,
वैसे रस की ज्यादा जानकारी के लिए मूर्धन्य कवि श्री अजित कुमार कर्ण जी की काव्य रचना
– रस “काव्य की आत्मा” है ! का एक बार अच्छे से अवलोकन कर ले।

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